SC ST OBC Scholarship 2025: भारत सरकार द्वारा संचालित की जाने वाली SC ST OBC स्कॉलरशिप 2025 योजना के अंतर्गत पात्र विद्यार्थियों को हर वर्ष अधिकतम ₹48000 तक की वित्तीय सहायता दी जा रही है यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से सीधे विद्यार्थियों के बैंक खातों में जमा की जा रही है यह पहल मुख्य रूप से उन छात्रों के लिए है जो प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्तर पर पढ़ाई कर रहे हैं अगर आप SC अनुसूचित जाति, ST अनुसूचित जनजाति या OBC अन्य पिछड़ा वर्ग वर्ग से हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए महत्वपूर्ण अवसर है। इस योजना के लिए आवेदन नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल NSP पर ऑनलाइन जारी है सरकार ने 2025–26 सत्र के लिए आवेदन की अंतिम तिथि को 31 मई 2025 तक बढ़ा दिया है।
सहायता राशि पाठ्यक्रम के आधार पर तय की गई है। उदाहरण के तौर पर, ग्रुप A कोर्स इंजीनियरिंग, मेडिकल आदि के छात्रों को ₹20000 से ₹50000 तक, जबकि ग्रुप D कक्षा 11 और 12 के लिए ₹7500 से ₹10000 तक राशि दी जाती है ट्यूशन फीस, हॉस्टल खर्च और मेंटेनेंस अलाउंस को मिलाकर अधिकतम सहायता ₹48000 तक पहुंच सकती है।
SC ST OBC Scholarship योजना का इतिहास और विकास यात्रा
SC ST OBC Scholarship की शुरुआत 1950 के दशक में की गई थी, जब संविधान के अनुच्छेद 15(4) और 46 के तहत आरक्षित वर्गों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रावधान जोड़ा गया। पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम PMSS की नींव 1951 में रखी गई, जबकि प्री मैट्रिक योजना 2006 में शुरू हुई और OBC वर्ग के लिए अलग से योजना 1993 में आई 1950 से 2000 के बीच आवेदन प्रक्रिया मैन्युअल थी और राज्यों के माध्यम से वितरण किया जाता था। 1990 तक करीब 5 लाख छात्र इससे लाभान्वित हुए इसके बाद डिजिटलीकरण के दौर 2001–2015 में बड़ा बदलाव आया। 2006 में NSP National Scholarship Portal लॉन्च किया गया और 2010 में DBT प्रणाली लागू हुई जिससे पारदर्शिता बढ़ी। 2015 तक 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों को ₹48000 तक की राशि मिलने लगी वर्तमान में, यानी 2016–2025 के बीच, योजना को NEP 2020 नई शिक्षा नीति के अनुरूप डिजिटल ट्रेनिंग और वर्चुअल वेरिफिकेशन से जोड़ा गया है। 2023–24 में 15 लाख से अधिक छात्रों ने इसका लाभ उठाया और 90 प्रतिशत भुगतान समय पर हुआ। अब 2025 के लिए आवेदन 4 सितंबर से शुरू हो चुके हैं और OTR One Time Registration आवश्यक कर दिया गया है।
सरकार का उद्देश्य और इस योजना से मिलने वाले प्रमुख लाभ
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय का प्रमुख उद्देश्य आरक्षित वर्गों की शिक्षा दर को बढ़ाना और ड्रॉपआउट दर को कम करना है। SC ST OBC Scholarship 2025 शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर उपलब्ध कराने का साधन है सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक 20 लाख से अधिक छात्रों को इस योजना से जोड़कर साक्षरता दर को 85 प्रतिशत तक पहुंचाया जाए। DBT प्रणाली से भ्रष्टाचार और बिचौलियों की भूमिका खत्म की जा चुकी है। ग्रामीण इलाकों में भी CSC केंद्रों के माध्यम से आवेदन करना आसान बना दिया गया है।
मिलेंगे यह मुख्य लाभ
- वार्षिक सहायता ₹48000 तक जिसमें ट्यूशन फीस, मेंटेनेंस अलाउंस और हॉस्टल भत्ता शामिल है
- शिक्षा में निरंतरता ड्रॉपआउट रेट घटा, 2024 में 15 प्रतिशत अधिक छात्र जुड़े
- कैरियर विकास उच्च शिक्षा संस्थानों जैसे IIT, मेडिकल कॉलेज में प्रवेश आसान
- महिला सशक्तिकरण छात्रवृत्ति में 50 प्रतिशत सीटें बालिकाओं के लिए आरक्षित
- NEP 2020 के तहत स्किल कोर्स से मिलेगा रोजगार का अवसर
कौन कर सकता है आवेदन और पात्रता मापदंड
यह योजना SC, ST और OBC वर्ग के उन छात्रों के लिए लागू है जो कक्षा 1 से लेकर PhD स्तर तक की पढ़ाई कर रहे हैं। उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए और उसकी पारिवारिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा के भीतर होनी चाहिए पिछले वर्ष लगभग 18 लाख से अधिक छात्र इस स्कॉलरशिप से लाभान्वित हुए थे यह योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए सहायक है बल्कि यह शिक्षा के माध्यम से समान अवसर और सामाजिक न्याय को भी सशक्त करती है। सरकार का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता और अवसरों की समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

