5 नवंबर को अवकाश घोषित, कर्मचारियों को मिलेगी राहत Holiday On 5 November

By
On:
Follow Us

Holiday On 5 November: उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच नवंबर को गुरु नानक देव जी की जयंती के उपलक्ष में पूरे प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है यह दिन सिख समुदाय के लिए आस्था और सम्मान का प्रतीक माना जाता है हर वर्ष इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक कार्यक्रम और प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं इस बार अवकाश की घोषणा के साथ ही कर्मचारियों को लगातार दो दिन का विश्राम मिलने जा रहा है क्योंकि छह नवंबर को रविवार का दिन रहेगा जिससे लोगों को अपने परिवार और समाज के साथ समय बिताने का अवसर मिलेगा।

गुरु नानक देव जी की जयंती पर विशेष आयोजन

गुरु नानक देव जी की जयंती पूरे देश में श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई जाती है इस दिन गुरुद्वारों में कीर्तन लंगर और समाज सेवा के अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन ने शांति और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं ताकि लोग धार्मिक कार्यक्रमों में पूरे आनंद और शांति के साथ शामिल हो सकें शिक्षा संस्थानों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक इस दिन अवकाश रहेगा जिससे लोग इस पवित्र दिन को समर्पण और श्रद्धा के भाव से मना सकेंगे।

कर्मचारियों को लगातार दो दिन की राहत

सरकारी और अर्धसरकारी कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए यह सप्ताह विशेष राहत लेकर आया है क्योंकि पांच और छह नवंबर को लगातार दो दिन का अवकाश रहेगा इससे सरकारी कार्यों के बीच कर्मचारियों को आराम और परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्राप्त होगा प्रदेश सरकार ने सभी विभागों को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं जिससे छुट्टी का लाभ सभी कर्मचारियों को समान रूप से मिल सकेगा इससे पहले भी धार्मिक पर्वों और राष्ट्रीय अवसरों पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की जाती रही है।

मतदान के दिन भी अवकाश का ऐलान

राज्य सरकार ने यह भी घोषणा की है कि ग्यारह नवंबर को होने वाले मतदान के अवसर पर भी सार्वजनिक अवकाश रहेगा ताकि सभी मतदाता निर्भीक होकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार मतदान वाले दिन सभी सरकारी संस्थान बंद रहेंगे ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान में हिस्सा लें पांच छह और ग्यारह नवंबर को होने वाले इन अवकाशों के कारण पूरे प्रदेश में उत्सव और लोकतांत्रिक माहौल का अनुभव होगा जिससे लोग धार्मिक और सामाजिक दोनों ही दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभा सकें।